💢आज वर्तमान की स्थिति देखे तो हर कोई व्यक्ति बीमारी से ग्रासित है कोई कैंसर से तो कोई भूत प्रेत बाधा से ग्रस्त है तो कोई असाध्य रोग से जिसका कोई इलाज नहीं है ।
💢 शराब तंबाकू बीड़ी सिगरेट हुक्का गांजा आदि की लत से अच्छे भले परिवार उजड़ जाते है हुक्का पीने वाले भी मानते हैं कि तम्बाकू अच्छी चीज नहीं है। जब कोई छोटा बच्चा अपने दादा-ताऊ, पिता-चाचा को हुक्का पीते देखता है तो वह भी नकल करता है। हुक्के को पीने लगता है तो बड़े व्यक्ति जो स्वयं हुक्का पीते हैं, उस बच्चे को धमकाते हैं कि खबरदार! अगर हुक्का पीया तो। यह अच्छा नहीं है। यदि आप जी इसे अच्छा पदार्थ मानते हैं तो बच्चों को भी पीने दो। आप मना करते हैं तो मानते हो कि यह अच्छा नहीं है, हानिकारक है।
💢 बीमार होने पर रोगी अौर घर के अन्य सदस्य मानसिक रूप से चिंता अौर अशांति का अनुभव करने लगते हैं।तम्बाकू का (हुक्का, बीड़ी, सिगरेट, चिलम आदि में डालकर भी) कभी सेवन नहीं करना और अन्य नशीली वस्तुओं का प्रयोग न करनाबीे । बीमारी ग्रसित होने पर अक्सर लोग डॉक्टर के पास जाते हैं और उनकी सलाह के अनुसार दवाएं आदि लेते हैं. परंतु कई बार इलाज के बावजूद रोग दूर नहीं होते.
सत भक्ति से हुई अदभूत लाभ 👇👇👇👇👇👇
अगर आध्यातक नजरए से देखें तो हर तरह के रोगों के मूल कारण इंसान के पूर्व जन् के या इस जन्म के पाप ही होते हैं. । ओर संत रामपाल जी महाराज जी सेे नाम दीक्षा लेने से आसध्य रोग भी खतम हो जाता है ।